पीरटांड के बांध गांव स्थित बुरुघुतु टोला के एक घर में प्रतिबंधित मांस की बिक्री की सूचना पर सोमवार को तीन थानों की पुलिस ने मौके पर छापेमारी की। जहां पुलिस ने शिखर, विनोद और जीतू को मीट बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है, वहीं कई लोग मौके से भागने में सफल रहे।
लंबे समय से चल रहे इस धंधे की जानकारी विश्व हिंदू परिषद को मिली थी। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। सोमवार को मधुबन, पीरटांड व खुखरा थाने की पुलिस एसडीपीओ मनोज महतो के नेतृत्व में डैम गांव स्थित बुरुगुटू टोला पहुंची । जहां तीन लोग मीट बेचते हुए पकड़े गए। बाद में पशु विभाग के कर्मियों और प्रकाश कर्मचारी ने बिक्री के लिए रखे मांस का नमूना लिया । इसके साथ ही जेसीबी की मदद से मिट्टी खोदकर मांस को दबा दिया। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली कि इस धंधे में कटी मियां, तुयो निवासी झरी मियां, बांध गांव के बिनोद मोहाली शिखर टुडू। भुनु टुडू, बरिटांड के जीतू हांसदा और चलकरी के रमेश मांझी। इस घटना से आसपास के गांवों के लोगों में आक्रोश है।
बरामदगी में सीआरपीएफ जवान ने निभाई अहम भूमिका मधुबन के कल्याण निकेतन में तैनात सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र सिंह ने प्रतिबंधित पशु मांस की बरामदगी में अहम भूमिका निभाई। एक स्थानीय युवक ने उसे फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। वह मौके पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति थे। बाद में विश्व हिंदू परिषद के लोगों को इसकी जानकारी हुई और मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। तब तक कई आरोपित मौके से फरार हो चुके थे।
क्या कहते हैं विहिप जिला उपाध्यक्ष भरत साहू व पीरटांड प्रखंड अध्यक्ष हीरा प्रसाद ने बताया कि आरोपी लोगों की नजर से बचने के लिए जंगल में घर बनाकर प्रतिबंधित मांस बेच रहे थे. उसके घर के पास जानवरों की हड्डियां मिली हैं। हम इस घटना की निंदा करते हैं और पुलिस प्रशासन से आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हैं। इधर, गांव के मांझी हादम ने कहा कि गांव वाले की इस तरह की हरकत से हम सभी आहत हैं।