गिरिडीह जिला के मनसाडीह ओपी थाना अंतर्गत झारखंड-बिहार सीमा पर स्थित कुंडी गांव के 15 वर्षीय मुकिया कुमार की दो दिन पहले पंजाब में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। चंदोरी के एक कथित व्यवसायी ने सोमवार को शव परिजनों को सौंप दिया।
इसको लेकर घरवालों ने खूब हंगामा भी किया। मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं हो सका है। व्यवसायी ने कहा कि वह बीमार पड़ गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, जबकि वह अपने रिश्तेदारों को इलाज से संबंधित कोई कागज नहीं दिखा पा रहा था।
बाद में मृतक के पिता रॉबिन भुला और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उसकी मौत का सौदा डेढ़ लाख रुपये में तय हुआ. इसके बाद मामला शांत हुआ और परिजनों ने शव को दफना दिया। हालांकि समाचार लिखे जाने तक पीड़ित परिवार को सेटलमेंट की राशि नहीं मिली, जिसके चलते परिजन थाने में आवेदन करने की बात कह रहे थे।
बताया जाता है कि चंदौरी के कथित कारू के बेटे की पंजाब में चॉकलेट की फैक्ट्री है, जहां पैसे के लालच में इलाके के गरीब परिवारों के कई बच्चे छीन लिए गए हैं. वहां बच्चों से काम कराया जाता है। मुकिया भी वहीं काम करती थी। इसके अलावा कुंडी गांव के अन्य तीन नाबालिग बच्चे वहां काम करते हैं। जिन्हें घर वापस बुला लिया गया है। मुख्य पति अनासियास हेम्ब्रम ने कहा कि घटना सही है। पीड़ित और कारोबारी के बीच समझौता हो गया है। मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं हो सका है। मनसाडीह ओपी प्रभारी रवि पंडित ने कहा कि इसकी कोई जानकारी नहीं है ।