गिरिडीह जिले के 55 वर्षीय मनोज साव की हत्या में पचंबा थाना पुलिस ने सोमवार रात उसके बड़े भाई किश्तो साव, उसके बेटे रंजीत साव और बेटी प्रभा देवी को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों को पूछताछ के बाद मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
ज्ञात हो कि घर में बच्चों के बीच हुए विवाद में बड़े-बुजुर्ग उलझे हुए थे। विवाद इतना बढ़ गया कि सोमवार रात मनोज साव की हत्या कर दी गई। घटना पचंबा थाना क्षेत्र के कल्याणडीह गांव की है। यहां किश्तो साव और भतीजे रंजीत साव के साथ विवाद में मनोज साव की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पत्नी देवंती देवी की अर्जी पर पचंबा थाने में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। जिन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें मृतक के सगे बड़े भाई किश्तो साव, उनकी पत्नी, पुत्र रंजीत साव और पुत्री प्रभा देवी शामिल हैं।
घटना के बाद थाना प्रभारी नीतीश कुमार सदलबल पहुंचे। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। इसी क्रम में घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी रंजीत साव मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। अस्पताल में मनोज को मृत घोषित किए जाने के बाद पुलिस टीम ने पीड़ित पक्ष से घटना की जानकारी ली। इसके बाद छापेमारी करते हुए रंजीत को गांव से ही दबोच लिया, जबकि हमले में घायल हुए अन्य आरोपित रंजीत के पिता किस्तो साव व बहन प्रभा देवी को सदर अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चों के विवाद के चलते उन्होंने आपस में उलझ कर ऐसी घटना को अंजाम दिया है।
काम से लौटा था मनोज : मनोज साव दिहाड़ी मजदूर का काम करता था। वह रोज की तरह सुबह काम करने के लिए सतंद गांव गया था। शाम करीब सात बजे वह घर लौटा। पत्नी ने घर में बच्चों के बीच हुए विवाद की जानकारी दी। इसके बाद वह भड़क गया और भाई और उसके परिवार वालों से मारपीट के बारे में पूछने चला गया। इसी विवाद में चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी गई।