गिरिडीह जिले में खोरीमहुवा में सफेद पत्थर और अभ्रक के अवैध खनन को रोकने के लिए प्रशासन ने मंगलवार रात छापेमारी की।
खोरीमहुआ एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो और धनवार सीओ नरेश कुमार वर्मा ने सात ट्रक जब्त किए। उन पर लदे अभ्रक और पत्थर का बाजार 40 लाख रुपये आंका गया है।
डोरंडा व गवां वन संभाग के क्षेत्र से खनिज सामग्री लाद कर गिरिडीह की ओर ले जाया जा रहा था। अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को देख चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गए। हालांकि शुरुआत में एक ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की बात कही गई, लेकिन अधिकारियों ने इससे इनकार किया। इस संबंध में बुधवार को डीएमओ ने घोड़थंबा ओपी में शिकायत दर्ज कराई है। ट्रकों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। घोड़थंबा ओपी प्रभारी रोशन कुमार ने बताया कि किसी भी चालक को पुलिस के हवाले नहीं किया गया।
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डीएमओ ने आवेदन में कहा कि खोरीमहुआ क्षेत्र के कालीपहाड़ी में मंगलवार दोपहर करीब 1.30 बजे पत्थर और अभ्रक के अवैध परिवहन के खिलाफ छापेमारी की गयी, लेकिन सभी व्यवसायी वाहन छोड़कर भाग गये। जब्त किए गए पत्थर और अभ्रक की अनुमानित कीमत भी नहीं बताई गई है। आवेदन में इस बात का जिक्र नहीं है कि किस वाहन में पत्थर लदे थे और किसमें अभ्रक लदा था। कहा कि सभी वाहन अवैध खनिज संपदा का परिवहन करते पकड़े गए हैं।
इधर, अनुमंडल प्रशासन की इस कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप मच गया है। एसडीएम ने डीएमओ सतीश नायक व एसडीपीओ की मौजूदगी में जब्त सफेद पत्थर व अभ्रक की कीमत करीब 40 लाख रुपये बताई थी। बताया कि इस तरह की गतिविधियां अक्सर रात में होती हैं। काले पत्थर के खनन के लिए करीब 40 लोगों को लाइसेंस दिया गया है। काली पहाड़ी और आसपास के क्षेत्र से सफेद पत्थर और अभ्रक के अवैध उत्खनन की सूचना मिल रही थी। मंगलवार देर शाम धनवार थाना पुलिस ने रेत से लदे ट्रैक्टर को भी पकड़ा।