रांची पुलिस टीम ने 19 सितंबर की सुबह रिम्स से फरार कुख्यात अपराधी कृष्ण मोहन झा को गिरफ्तार कर लिया है।
कृष्ण मोहन झा उर्फ अभय उर्फ धनंजय उर्फ काली झा को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कुधनी थाना क्षेत्र के बथना परिया गांव में उसके पैतृक आवास से गिरफ्तार किया गया है। बरियातू थाना क्षेत्र के रिम्स स्थित मेडिसिन वार्ड में इलाज करा रहे नक्सली कृष्ण मोहन झा को उसके दोस्त ने योजना के तहत ले लिया। पुलिस ने फरार अपराधी कृष्ण मोहन झा को उसके दोस्त मुकेश कुमार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। कृष्णमोहन झा को उम्रकैद की सजा।
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गिरफ्तार दोषी अपराधी ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि रिम्स में अच्छे इलाज के अभाव में उसके दोस्त मुकेश ने उसे अपने साथ ले जाने की योजना बनाई थी। पुलिस दोषी कैदी और उसके दोस्त को लेकर देर शाम तक रांची पहुंच जाएगी। मालूम हो कि 19 सितंबर की पहली सुबह मुकेश अपने दोस्त कृष्ण मोहन झा को रिम्स से अपने साथ ले गया था। इलाजरत अपराधी के फरार होने की सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था।
अपहरण व हत्या मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा कुख्यात अपराधी कृष्ण मोहन झा रविवार 19 सितंबर की सुबह करीब तीन बजे रिम्स से फरार हो गया। वे रिम्स के मेडिसिन वार्ड में डॉ. सी.बी. शर्मा की देखरेख में थे। उनका पिछले 27 दिनों से रिम्स में इलाज चल रहा था। वह लीवर इंफेक्शन से पीड़ित हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर उनकी जान बचाने की गुहार लगाई थी और लोगों से आर्थिक मदद भी मांगी थी।
उनकी मां भी रिम्स में उनकी देखरेख में थीं। उसका भाई शनिवार शाम को उससे मिलने रिम्स आया था। शाम को उन्होंने अपराधी कृष्ण मोहन झा के संरक्षण में तैनात जवानों को रसगुल्ला भी खिलाया। यहां उसे हथकड़ी भी नहीं लगाई गई थी। अपराधी रविवार की सुबह तीन बजे अपनी मां के साथ रिम्स से फरार हो गया।
उन्होंने झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण थाना क्षेत्र के असवाल चौक और लातेहार में अंबा कोठी में भी अपना आवास रखा था। 24 अगस्त को उन्हें इलाज के लिए बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार से रिम्स लाया गया था। उनकी सुरक्षा के अलावा चैंबर पाल करमचंद मरांडी, दो पूर्व सैनिक चैंबर दोस्त मोरहा भगत और इरोज टिर्की को तैनात किया गया था। रांची के सुखदेव नगर थाने में अपहरण व हत्या के अलावा मुशहरी, लातेहार बरवाडीह, गुमला व पूसा थाने में अपराधी कृष्ण मोहन झा के खिलाफ अपहरण, हत्या व मारपीट से जुड़े कई मामले हैं।